Abstract: महात्मा गांधी का राजनीतिक दर्शन सत्य और अहिंसा पर आधारित है। वह नैतिकता को राजनीति का विभाज्य अंग मानते हैं। वे ऐसे लोक कल्याणकारी राज्य का निर्माण करना चाहते है, जिसमें आम जनता केंद्र में हो । वह स्थानीय स्वशासन के समर्थक हैं। जिसमें आम नागरिक की अधिक से अधिक भागदारी हो। शासन और राजनीति का ऐसा स्वरूप हो जो नागरिकों को अधिक स्वतंत्रता प्रदान करें और उनके मध्य समानता स्थापित करे।