बाराबंकी में ग्रामीण विकास और निर्वाचित प्रतिनिधियों की भूमिका (ग्रामीण राजनीति का एक क्षेत्रीय अध्ययन)
Author(s): रवि वर्मा
Abstract: ग्रामीण विकास भारत की सामाजिक-आर्थिक संरचना का आधार स्तंभ है, जिसमें निर्वाचित प्रतिनिधियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह अध्ययन बाराबंकी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन और निर्वाचित प्रतिनिधियों की भूमिका का विश्लेषण करता है। उत्तर प्रदेश का यह जिला, जो एक ओर कृषि प्रधान है तो दूसरी ओर सामाजिक-आर्थिक असमानताओं से भी जूझ रहा है, स्थानीय स्वशासन और विकास योजनाओं के लिए एक उपयुक्त केस स्टडी प्रस्तुत करता है। इस शोध में यह देखा गया है कि निर्वाचित प्रतिनिधि, विशेष रूप से ग्राम पंचायत स्तर पर, ग्रामीण विकास योजनाओं को लागू करने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं, लेकिन राजनीतिक दबाव, प्रशासनिक जटिलताएँ और संसाधनों की कमी जैसी समस्याएँ विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करती हैं। यह अध्ययन प्राथमिक व द्वितीयक स्रोतों के माध्यम से तैयार किया गया है तथा इसमें बाराबंकी जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में किए गए साक्षात्कार और सर्वेक्षण को आधार बनाया गया है।अंततः यह शोध ग्रामीण विकास में निर्वाचित प्रतिनिधियों की भूमिका को और अधिक सशक्त बनाने तथा विकास में सहभागिता को बढ़ाने के लिए ठोस सुझाव प्रस्तुत करता है।
रवि वर्मा. बाराबंकी में ग्रामीण विकास और निर्वाचित प्रतिनिधियों की भूमिका (ग्रामीण राजनीति का एक क्षेत्रीय अध्ययन). Int J Political Sci Governance 2025;7(4):142-149. DOI: 10.33545/26646021.2025.v7.i4b.495