Abstract: फेक न्यूज़ (झूठी खबरें) लोकतन्त्रीय व्यवस्थाओं के लिए एक व्यापक समस्या बन चुकी है। विश्व में डिजिटल क्रांति से सूचनाओं का आदान-प्रदान तो अत्यंत सरल एवं सहज हो गया है, परंतु इसी के साथ गलत सूचनाओं (फेक न्यूज़) के प्रसार में अत्यंत तीव्रता भी देखने को मिली है। चुनावी लोकतंत्र, जो निष्पक्षता तथा पारदर्शिता, की प्रक्रिया पर आधारित होता है, लेकिन यह अब झूठी खबरों से बहुत अधिक प्रभावित हो रहा है। इस रिसर्च पेपर के माध्यम से झूठी खबरों का चुनावी प्रक्रिया पर प्रभाव, इसके प्रसार के तरीकों तथा मतदाताओं और समाज पर पड़ने वाले प्रभावों और इसको नियंत्रित करने के लिए किए गए प्रयासों का गहराई से विश्लेषण करता है। तथा इसके साथ ही, यह अध्ययन नीति-निर्माताओं, मीडिया संगठनों, सोशल मीडिया कंपनियों और आम जन मानस के लिए संभावित समाधान प्रस्तुत करता है।