वर्तमान भारतीय समाज में संवैधानिक मूल अधिकारों के प्रति जागरूकता का अध्ययन
Author(s): कुमुद प्रभाकर, विनीता सिंह
Abstract:
भारत एक लोकतान्त्रिक देश है जिसकी व्यवस्था एक लोकतान्त्रिक संविधान पर आधारित है । भारत का संविधान इस सन्दर्भ में विशेष है कि यह अपने नागरिकों को गरिमापूर्ण जीवन जीने के लिये मौलिक अधिकार प्रदान करता है । प्रस्तुत शोध अध्ययन में बरेली जनपद के नागरिकों मेंसंवैधानिक मूल अधिकारों के प्रति जागरुकता देखने का एक प्रयास किया गया है । प्रस्तुत शोध हेतु 350 नागरिकों का चयन स्तरीकृत यादृच्छिक न्यादर्शन विधि से किया गया है । यह एक गुणात्मक शोध अध्ययन है जिसमे आँकड़ों का संकलन स्व-निर्मित ‘संवैधानिक मौलिक अधिकार प्रश्नावली’ की सहायता से किया गया है । आँकड़ों के विश्लेषण हेतु मध्यमान, मानक विचलन, टी-मान एवं एफ-परीक्षण (एनोवा) का प्रयोग किया गया है । शोध परिणामों से ज्ञात हुआ कि महिला नागरिकों की अपेक्षा पुरुष, ग्रामीण नागरिकों की अपेक्षा नगरीय एवं निरक्षर व स्कूली शिक्षित नागरिकों की अपेक्षा उच्च शिक्षित नागरिक संवैधानिक मूल अधिकारों के प्रति अधिक जागरूक हैं । भारत के सभी नागरिकों में संवैधानिक मूल अधिकारों के प्रति जागरूकता विकसित करने के लिये शिक्षा का प्रसार-प्रचार, संवैधानिक प्रक्रिया में सहभागिता, मीडिया का सहयोग, ग्राम सभा द्वारा संवैधानिक कार्यक्रमों का आयोजन आदि किया जाना चाहिये ।
कुमुद प्रभाकर, विनीता सिंह. वर्तमान भारतीय समाज में संवैधानिक मूल अधिकारों के प्रति जागरूकता का अध्ययन. Int J Political Sci Governance 2025;7(10):232-236. DOI: 10.33545/26646021.2025.v7.i10c.730