Abstract: राजनीतिक पहचान सामाजिक पहचान का एक रूप है जो कुछ समूहों की सदस्यता को दर्शाता है जो एक निश्चित प्रकार की सत्ता के लिए एक साझा संघर्ष में भाग लेते हैं। इसमें किसी राजनीतिक दल के साथ पहचान शामिल हो सकती है, लेकिन विशिष्ट राजनीतिक मुद्दों, राष्ट्रवाद, अंतर-जातीय संबंधों या अधिक अमूर्त वैचारिक विषयों पर उनके विचार भी शामिल हो सकते हैं। भारतमेंपहचानकीराजनीतिकाउद्भवऔरविकासउपनिवेशकालीनदौरसेलेकरवर्तमानतकभारतीयराजनीतिकीएकनिर्णायकधारारहाहै।जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्रऔरलिंगजैसेसामाजिकआयामोंनेभारतीयराजनीतिकोआकारदियाहै।इस शोधपत्रके अंतर्गत पहचानकीराजनीतिकेऐतिहासिक, वैचारिकऔरव्यावहारिकविकासका अध्ययन किया गयाहै।इसमेंविशेषरूपसेजातीयआंदोलनों, धार्मिकध्रुवीकरण, भाषाई-क्षेत्रीयपहचान, दलित-आदिवासीविमर्श, महिलासशक्तिकरणतथाआधुनिकसमयमेंउभरतेपहचान-आधारितराजनीतिकगठबंधनोंका विश्लेषणात्मक अध्ययन किया गयाहै।
राम शंकर, डॉ. देवेन्द्र प्रताप तिवारी. भारत में पहचान की राजनीति का विकास एवं प्रभाव. Int J Political Sci Governance 2025;7(10):64-74. DOI: 10.33545/26646021.2025.v7.i10a.705