राजस्थान में महिला विधायकों की पृष्टभूमिः 14वीं विधानसभा
Author(s): मोहन लाल दायमा, बी.एल. सैनी
Abstract: भारत देश का राजस्थान राज्य महिला साक्षरता में सबसे पीछे से दूसरे स्थान पर है इसको ध्यान में रखते हुए राजस्थान की 14वीं विधानसभा में महिलाओं की भूमिका (पृष्टभूमि) का अध्ययन की अवश्यक्ता अत्यन्त आवश्यक हो जाता है। यह माना जाता है की कोई महिला जिस परिवार में जन्म लेती है उस परिवार और जिस परिवार में विवाह होता है उस अर्थात अकेले दो परिवार के विकास में इनके योगदान की मुख्य भूमिका होती है। लेकिन अगर यही महिलाएँ देश की छोटी-बड़ी स्तर की राजनीति में भी अपना योगदान देना सुरूकर दे तो राज्य के साथ देश का विकास तेती होना सम्भव होगा। राजस्थान की 14वीं विधानसभा में महिला विधायकों को केंद्रित यह अध्ययन जिसमें महिला विधायकों की दलीय स्थिति, इनकी कुल संख्या और शैक्षणिक, पारिवारिक, आर्थिक एवं राजनैतिक पृष्ठभूमि का अध्ययन किया गया है। इस अध्ययन के उद्देश्य से महिला विधायकों की आयु, शैक्षणिक योग्यता, वैवाहिक स्थिति, आवासीय परिवेश, व्यवसाय, इनके द्वारा किये गये सामाजिक कार्य तथा इनकी स्वयं की पूर्व में राजनीति से संबद्धता से संबंधित सूचनाएं एकत्रित की गई तथा व्यवस्थित कर इनके आधार पर महिला विधायकों की पारिवारिक, आर्थिक एवं राजनीतिक पृष्ठभूमि के निर्धारण का प्रयास किया गया है। प्रथम विधानसभा की दो महिला विधायकों से लेकर 14वीं विधानसभा की 29 विधायकों तक, महिलाओं की संख्या में हुई उत्तरोतर वृद्धि राजनीति के क्षेत्र में उनकी जागृति एवं सक्रियता का प्रतीक है। आज वे पंच के पद से लेकर मुख्यमंत्री जैसे महत्त्वपूर्ण पद के उत्तरदायित्व को भली-भांति निभा हुए राज्य व राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दे रही हैं।
मोहन लाल दायमा, बी.एल. सैनी. राजस्थान में महिला विधायकों की पृष्टभूमिः 14वीं विधानसभा. Int J Political Sci Governance 2025;7(1):71-76. DOI: 10.33545/26646021.2025.v7.i1b.428