Abstract: शिक्षा, राजनीतिक चेतना से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हुई है अर्थात् शिक्षा एवं राजनीतिक चेतना में सह-सम्बन्ध है। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए राजनीतिक चेतना का होना नितान्त आवश्यक है। साथ ही महिलाओं की वर्तमान राजनीतिक स्तर अर्थात उनकी भागीदारी एवं सत्ता के निर्धारण में महिलाओं को समानता एवं स्वतंत्रता किस प्रकार की है? अगर नही है तो महिलाओं की भूमिका को समाज के द्वारा सम्माननीय स्थिति कैसे प्रदान की जाए? इसके लिए महिलाओं की राजनीति में अत्यधिक भागीदारी होनी चाहिए। आज समाज की लगभग आधी संख्या महिलाओं की होने के बावजूद भी उनकी राजनीति में सहभागिता का स्तर लगभग नगण्य है। इसका मूल कारण उनका अशिक्षित व कम पढ़ा-लिखा होना है। महिलाओं को शिक्षा व राजनीतिक जीवन में समुचित स्थान दिलाया जाना आधुनिक समय की महती आवश्यकता है। राजनीतिक सहभागिता से अभिप्राय मात्र वोट डालना नहीं वरन् सत्ता में भागीदारी, दल व सरकार में सभी स्तरों पर निर्णय लेने या नीति-निर्धारण प्रक्रिया में हिस्सेदारी निभाने से है। जिसके बाद महिला एवं उनके परिवार, गांव, समाज, राज्य व देश का विकास सम्भव होगा।
भवानी मल खटीक, बी.एल. सैनी. भारत में महिला शिक्षा एवं राजनीतिक चेतना. Int J Political Sci Governance 2025;7(1):43-46. DOI: 10.33545/26646021.2025.v7.i1a.427