भारतीय लोकतंत्र में जाति की राजनीति: प्रभाव एवं भूमिका
Author(s): डाॅ. गायत्री, रविन्द्र गुर्जर
Abstract: संविधान द्वारा भारत में जाति निरपेक्ष, धर्म निरपेक्ष व्यवस्था कायम की गई है परन्तु हमारी राज व्यवस्था के सम्मुख प्रमुख चुनौती जातिवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद, संप्रदायवाद आज भी है। हमारा संविधान 1950 में लागू हुआ परन्तु आज भी हमारे राजनीतिक एवं सामाजिक जीवन को कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जो जातिवाद से प्रभावित न हो।
डाॅ. गायत्री, रविन्द्र गुर्जर. भारतीय लोकतंत्र में जाति की राजनीति: प्रभाव एवं भूमिका. Int J Political Sci Governance 2024;6(2):03-05. DOI: 10.33545/26646021.2024.v6.i2a.350