प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में भारत-चीन संबंध: एक मूल्यांकन
Author(s): नीरज कुमार
Abstract: नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के संकेत दिए। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल के आरंभ से अब तक भारत चीन के बीच औपचारिक वार्ताएं और सीमा पर टकराव दोनों हुए हैं। डोकलाम तथा गलवान में टकराव इसके उदाहरण है। अनुच्छेद 370 पर चीन ने अपना नकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्त किया अर्थात चीन सीमा से लेकर आंतरिक मामले में उलझने में सक्रिय दिखा। सकारात्मक पहल के बाद चीन की तरफ से कुछ ऐसा कार्य किया जाता है या वक्तव्य आता है तब यह प्रतीत होने लगता है कि चीन एक तरफा अपने हित को ध्यान में रखकर ही भारत से संबंध निभाना चाहता है। इन स्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किस प्रकार की रणनीति को अपनाया है।इसका मूल्यांकन करने का प्रयास इस शोध पत्र में किया गया है। इस शोध पत्र को द्वितीयक स्रोत के आधार पर लिखा गया है।
नीरज कुमार. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में भारत-चीन संबंध: एक मूल्यांकन. Int J Political Sci Governance 2024;6(1):323-327. DOI: 10.33545/26646021.2024.v6.i1e.340