भारतीय नेतृत्व की गतिशीलता
Author(s): Reetu
Abstract: शासन करना, निर्णय लेना, निर्देशन करना आज्ञा देना आदि सब एक कला है, इसके साथ-साथ एक कठिन तकनीक भी है । परन्तु अन्य कलाओं की तरह यह भी एक नैसर्गिक गुण है। वास्तविकता यह है कि नेतृत्व का तात्पर्य इनमें से किसी एक व्यवहार से नहीं है बल्कि नेतृत्व व्यवहार का वह ढंग होता है जिसमें एक व्यक्ति दूसरों के व्यवहार से प्रभावित न होकर अपने व्यवहार से दूसरों को अधिक प्रभावित करता है। भले ही यह कार्य दबाव द्वारा किया गया है अथवा व्यक्तिगत सम्बंधी गुणों को प्रदर्शित करके किया गया हो। जिस नेता में लगन, दृढ़ता, दृढ़ संकल्प और अच्छे संचार कौशल हैं वह अपने समूह में भी इन्हीं गुणों को उभर कर ले आते हैं। अच्छे नेता अपने आतंरिक गुणों का प्रयोग करते हुए अपने दल और संगठनों को सफलता प्रदान कराते हैं।
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How to cite this article:
Reetu. भारतीय नेतृत्व की गतिशीलता. Int J Political Sci Governance 2023;5(2):184-186.