संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के रूप में भारत की भूमिका और स्थायी सदस्यता प्राप्त करने में चुनौतियां।
Author(s): महेन्द्र सिंह
Abstract: सुरक्षा परिषद, संयुक्त राष्ट्र की सबसे महत्वपूर्ण इकाई है, जिसका गठन द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 1945 में हुआ था। सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य हंै- अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन। सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों के पास वीटों का अधिकार होता है। सुरक्षा परिषद उन विवादों की जांच करती है। जो अन्तर्राष्ट्रीय शांति को खतरा पैदा करते हैं। संयुक्त राष्ट्र का कोई भी सदस्य देश सुरक्षा परिषद की सदस्यता के बिना भी परिषद की चर्चा में मतदान के अधिकार के बगैर उस स्थिति में भाग ले सकता है जब सुरक्षा परिषद को यह लगता है कि चर्चा के दौरान उस देश के हितों के प्रभावित होने की संभावना है। भारत सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता हेतु लगातार प्रयासरत है अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का आठवां कार्यकाल 2021-22 में रहा है।
महेन्द्र सिंह. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के रूप में भारत की भूमिका और स्थायी सदस्यता प्राप्त करने में चुनौतियां।. Int J Political Sci Governance 2023;5(1):180-181. DOI: 10.33545/26646021.2023.v5.i1c.220