Abstract: पृथक् राज्य के लिए सिर्फ भाषा व संस्कृति ही नहीं बल्कि उस क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को भी देखा जाता है। मिथिला राज्य की मांग सभी दृष्टिकोण से वाजिब है। चाहे मैथिली भाषा बोले जाने वालों की संख्या हो या मिथिलांचल की संस्कृति दोनों ही काफी संपन्न हैं। आर्थिक आधार से देखा जाये तो मिथिलांचल अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा ज्यादा समृद्ध नहीं है। इसलिए पृथक् मिथिला राज्य के गठन की आवश्यकता है। प्रस्तुत पत्र के माध्यम से मिथिला राज्य आन्दोलन पर विश्लेषण करने का प्रयास किया गया है।