वैश्वीकरण का अवधारणात्मक विकास व महिला सशक्तीकरण
Author(s): प्रतिमा सिंह
Abstract: ’’वैश्वीकरण शब्द का प्रयोग कई तरह से हुआ है। एक अर्थ तो शाब्दिक है कि अब राष्ट्रों के बीच की भौगोलिक दूरी बेमानी हो गयी है। दुनिया काफी छोटी हो गयी है और कोई देश अपना नुकसान करके ही शेष विश्व से खुद को अलग रख सकता है। वैश्वीकरण का दूसरा अर्थ ठीक उल्टा निकाला जा सकता है, जिसके अनुसार यह देशी हितों की जगह दूसरे देशों के बहुउद्देशीय निगमों के हितों को उपर रखने वाले नीतिगत बदलाव का नाम है।’’
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प्रतिमा सिंह. वैश्वीकरण का अवधारणात्मक विकास व महिला सशक्तीकरण. Int J Political Sci Governance 2020;2(1):13-15.