‘‘21वीं सदी में विकासशील देशों में शहरीकरण की क्रांति होने जा रही है। भारत इस क्रांति के अग्रिम पंक्ति में होगा। यह नगर में परिवारों और संस्थाओं के संकुलन के माध्यम से देश को अपनी समृद्धि दर के उन्नयन और गरीबी के निवारण का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगी। आगामी दशकों में नियोजित शहरीकरण भारत के विकास को एक विराट अवसर प्रदान करने जा रहा है।’’