शिक्षा के अधिकार अधिनियम का कार्यान्वयन
Author(s): दुर्गेश कुमार
Abstract: शिक्षा जीवन की सफलता का द्वार हैं। यह उन साधनों में एक है जो लोगों को विषमताओं के प्रति, विषमताओं के सृजन और अंततः पुनरोदय के प्रति सचेत बनाते हैं तथा समाज में समता का विकास करते है। शिक्षा के महत्व को सभी लोग महसूस नहीं करते। कुछ लोगों ने शिक्षा के लिए किए गए प्रावधानों को अपना एकाधिकार बना रखा है। दूसरे लोग इस समूह में शामिल होने से भयभीत है तथा अपनी शिक्षा पाने की क्षमता को लेकर संदिग्ध हैं। माना जाता है कि शिक्षा व्यक्तियों और समूहों के जीवन में गुणात्मक अंतर लाती है।
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दुर्गेश कुमार. शिक्षा के अधिकार अधिनियम का कार्यान्वयन. Int J Political Sci Governance 2019;1(2):10-12.